मास कम्युनिकेशन में करियर (Career in Mass Communication): सिलेबस, पात्रता, शुल्क, नौकरियां
मास कम्युनिकेशन कोर्स (Mass communication courses) आपको अच्छे संचार कौशल विकसित करने में मदद कर सकते हैं। मास कम्युनिकेशन कोर्स पूरा करने के बाद आप मीडिया हाउस, न्यूज चैनल आदि के साथ काम कर सकते हैं।
मास कम्युनिकेशन (Mass Communication) बड़ी संख्या में लोगों के बीच सूचनाओं को फैलाने और जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। अगर आप टीवी शो एंकर या न्यूज एडिटर (TV show Anchor or News Editor) बनना चाहते हैं तो मास कम्युनिकेशन कोर्स (Mass Communication Course in Hindi) आपके लिए सही प्लेटफार्म है। मास कम्युनिकेशन कोर्स के साथ आप इस क्षेत्र में झंडे गाड़ सकते हैं। इस क्षेत्र में अच्छा वेतन के साथ बेहतर करियर विकल्प हैं। मास कम्युनिकेशन के बाद कई करियर विकल्प हैं, जिन्हें आप अपनी आवश्यकताओं और रुचियों के अनुसार चुन सकते हैं। भारत में मास कम्युनिकेशन कोर्स (Mass Communication courses in India) प्राइवेट मास कम्युनिकेशन कॉलेजों और सरकारी मास कम्युनिकेशन कॉलेजों में चलाए जाते हैं। आप यहां भारत के टॉप 10 सरकारी मास कम्युनिकेशन कॉलेजों (Top 10 government mass communication colleges in India) की सूची भी देख सकते हैं।
कम्युनिकेशन स्किल और देश को एक्सप्लोर करने की इच्छाशक्ति के साथ आप इस क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं। इन कॉलेजों के मास मीडिया पाठ्यक्रम में प्रवेश सुरक्षित करने के लिए छात्रों को विभिन्न मास कम्युनिकेशन प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होना पड़ता है। मास कम्युनिकेशन के बारे में जानने के लिए आपको इस लेख में कोर्स से लेकर सैलरी स्कोप तक सब कुछ मिलेगा।
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क्या है मास कम्युनिकेशन? (What is Mass Communication?)
मास कम्युनिकेशन कोर्स उन छात्रों को प्रशिक्षित करता है जो इस क्षेत्र में रुचि रखते हैं और उन्हें आवश्यक गुणों से लैस करता है। अक्सर जनसंचार को पत्रकारिता समझ लिया जाता है। ज्यादातर लोग जनसंचार और पत्रकारिता के बीच के अंतर के बारे में नहीं जानते हैं। मूल रूप से, पत्रकारिता जनसंचार के सबसेट की तरह है। जबकि, दोनों पाठ्यक्रम हर तरह से एक दूसरे से अलग है।
मास कम्युनिकेशन केवल पत्रकारिता तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह अपनी शाखाओं को विभिन्न मीडिया क्षेत्रों जैसे समाचार एकत्र करना और समाचार रिपोर्टिंग, इवेंट मैनेजमेंट, फिल्म निर्देशन, और उत्पादन, जनसंपर्क, कॉर्पोरेट संचार, विज्ञापन आदि में फैलाता है।
मास कम्युनिकेशन कोर्स छात्रों को फील्ड के अंतर्गत आने वाले विभिन्न जॉब प्रोफाइल के लिए तैयार करते हैं। हाल के वर्षों में मीडिया और जन संचार (मास कम्युनिकेशन) एक आंशिक रूप से संवादात्मक अवधारणा के रूप में विकसित हुए हैं, जो मानव जीवन के लगभग हर पहलू को छूता और प्रभावित करता है। मास कम्युनिकेशन हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है और अब हम इसके बिना नहीं रह सकते हैं। समाचार पत्रों, टेलीविजन और इंटरनेट जैसे घटकों के माध्यम से हममें से प्रत्येक के जीवन में मीडिया के व्यापक प्रसार के साथ, जनसंचार का पेशा और क्षेत्र पहले की तरह लोकप्रियता हासिल कर रहा है।
मास कम्युनिकेशन कोर्स उम्मीदवारों को मास कम्युनिकेशन में करियर के कई अवसर प्रदान करता है जो अच्छी तरह से भुगतान करते हैं और उन्हें नौकरी से संतुष्टि प्रदान करते हैं और उनकी रचनात्मकता की अभिव्यक्ति को बढ़ाते हैं।
मास कम्युनिकेशन पाठ्यक्रम (Mass Communication Courses)
मास कम्युनिकेशन पाठ्यक्रम विभिन्न प्रकार के हैं और वे मीडिया के सभी महत्वपूर्ण घटकों को शामिल करते हैं। इस क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों की आवश्यकताओं और रुचियों के अनुरूप मासकॉम (masscom) पाठ्यक्रमों के कई स्तर हैं। छात्र जनसंचार पाठ्यक्रमों की अधिकता से चुन सकते हैं और उस कार्यक्रम का चयन कर सकते हैं जो उन्हें और उनके उच्च लक्ष्यों को सबसे अच्छा लगता है। मास कम्युनिकेशन के कुछ सबसे लोकप्रिय कोर्स नीचे टेबल में दिए गए हैं। मास कम्युनिकेशन के ये प्रोग्राम भारत के सभी टॉप मास कम्युनिकेशन कॉलेजों में ऑफर किए जाते हैं। मास कम्युनिकेशन में यूजी (UG in Mass Communication), पीजी, डिप्लोमा और डॉक्टरेट स्तर के कोर्स हैं।
कोर्स का नाम | कोर्स टाइप | अवधि |
डिप्लोमा कोर्स इन डेवलपमेंट जर्नलिज्म | डिप्लोमा | 4 महीने |
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन | डिप्लोमा | 2 साल |
बीए इन जर्नलिज्म | अंडरग्रेजुएट डिग्री | 3 वर्ष |
बीए ऑनर्स जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन | अंडरग्रेजुएट डिग्री | 3 वर्ष |
डिप्लोमा इन मीडिया स्टडीज | डिप्लोमा | 3 वर्ष |
बीए ऑनर्स मल्टी-मीडिया एंड मास कम्युनिकेशन | अंडरग्रेजुएट डिग्री | 3 वर्ष |
बैचलर ऑफ मास मीडिया | अंडरग्रेजुएट डिग्री | 3 वर्ष |
बीए ऑनर्स इन हिंदी जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन | अंडरग्रेजुएट डिग्री | 3 वर्ष |
बीए फिल्म एंड मास कम्युनिकेशन | अंडरग्रेजुएट डिग्री | 3 वर्ष |
एमए इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन | पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री | 2 साल |
पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस जर्नलिज्म एंड कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन | पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री | 1 साल |
पीजी सर्टिफिकेट कोर्स इन हिंदी जर्नलिज्म | पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट | 1 साल |
पीजी डिप्लोमा इन हिंदी जर्नलिज्म | पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा | 2 साल |
पीएचडी इन मास कम्युनिकेशन | डॉक्टरेट | 2 साल |
मास कम्युनिकेशन पात्रता मानदंड (Mass Communication Eligibility Criteria)
मास कम्युनिकेशन या पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने की इच्छा रखने वाले छात्रों को मास कम्युनिकेशन के लिए कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करना होता है। विभिन्न कॉलेजों में छात्रों के चयन के लिए अलग-अलग मास कम्युनिकेशन पात्रता मानदंड हैं। उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेज या संस्थान में सीट सुरक्षित करने के लिए जनसंचार की पात्रता को पूरा करना होगा।
- किसी भी पत्रकारिता और जनसंचार पाठ्यक्रम डिप्लोमा कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए, उम्मीदवारों को शिक्षा के किसी भी क्षेत्र में मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12वीं तक की शिक्षा पूरी करनी होगी।
- स्नातक डिग्री पाठ्यक्रमों के लिए पात्र होने के लिए उम्मीदवारों को कक्षा 12वीं में कम से कम 45% से 50% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
- हालांकि, पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री और डिप्लोमा कोर्स में आपको क्रमशः कम से कम 50% अंकों के साथ ग्रेजुएशन डिग्री और डिप्लोमा की आवश्यकता होती है।
मास कम्युनिकेशन परीक्षा (Mass Communication Exams)
उम्मीदवार भारत में विभिन्न कॉलेजों और संस्थानों द्वारा प्रस्तावित मास कम्युनिकेशन परीक्षाओं की सूची देख सकते हैं।
परीक्षा | कंडक्टिंग बॉडी | लेवल | परीक्षा पैटर्न |
XIC OET | जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस | पीजी | पैटर्न: 100 एमसीक्यू प्रश्न, 50 अंकों के लिए 3 इंटरव्यू क्वेश्चन। अवधि: 1 घंटा 30 मिनट |
IIMC Entrance Exam | भारतीय जनसंचार संस्थान | पीजी | पैटर्न: एक ही दिन में 2 परीक्षा जिनमें से प्रत्येक में 100 एमसीक्यू प्रश्न होंगे अवधि: प्रत्येक बैठक में 2 घंटे। |
MASCOM Entrance Exam | मनोरमा स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन | पीजी | पैटर्न: 200 अंक अवधि: 4 घंटे 15 मिनट |
FTII JET | भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान | पीजी | पैटर्न: वस्तुनिष्ठ प्रकार अवधि: 3 घंटे |
Jamia Milia Islamia Entrance Exam (JMI) | जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय | यूजी/ पीजी | पैटर्न: 170 अंक अवधि: 3 घंटे |
IPU CET | गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय | यूजी & पीजी | पैटर्न: 150 प्रश्न अवधि: 2.5 घंटे |
DUET | आईपी कॉलेज फॉर वूमेन, दिल्ली विश्वविद्यालय | यूजी | पैटर्न: 150 एमसीक्यू प्रश्न। अवधि: 2 घंटे 30 मिनट |
AUCET | आंध्रा यूनिवर्सिटी | पीजी | पैटर्न: 100 प्रश्न अवधि: 1.5 घंटे |
SET | सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी | यूजी | पैटर्न: 60 प्रश्न अवधि: 1 घंटा |
ACJ Entrance Exam | एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म, चेन्नई | पीजी | पैटर्न: 200 अंक अवधि: 2 घंटे |
MU-OET | मणिपाल यूनिवर्सिटी | यूजी & पीजी | पैटर्न: 200 प्रश्न अवधि: 2.5 घंटे |
मास कम्युनिकेशन चयन मानदंड (Mass Communication Selection Criteria)
मास कम्युनिकेशन के लिए चयन प्रक्रिया यहां दी गई है। कॉलेज अपने मास कम्युनिकेशन योग्यता मानदंडों को पूरा करने वाले उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के बाद अपनी मास कम्युनिकेशन चयन प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ते हैं।
- अधिकांश टॉप मास कम्युनिकेशन कॉलेजों में प्रवेश कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में योग्यता के आधार पर दिया जाता है।
- केआईआईटी विश्वविद्यालय, बीएचयू और जीजीएसआईपीयू सहित कुछ लोकप्रिय विश्वविद्यालय जनसंचार पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं।
- कॉलेज सीट की पेशकश करने से पहले उम्मीदवारों के संचार कौशल का आंकलन करने के लिए समूह चर्चा के साथ-साथ व्यक्तिगत साक्षात्कार भी आयोजित कर सकते हैं।
मास कम्युनिकेशन सिलेबस (Mass Communication Syllabus)
मास कम्युनिकेशन के पाठ्यक्रम में विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। मास कम्युनिकेशन विषय मीडिया के सभी घटकों को कवर करते हैं और छात्रों को मास कम्युनिकेशन के पेशे के बारे में गहराई से पढ़ाते हैं। कुछ सामान्य मास कम्युनिकेशन विषय नीचे दिए गए हैं।
बीजेएमसी पाठ्यक्रम (BJMC Syllabus):
बीजेएमसी (Bachelor in Journalism and Mass Communication) के विषय नीचे दिए गए हैं।
- पत्रकारिता का परिचय (रिपोर्टिंग, लेखन और संपादन) (Introduction to Journalism) (Reporting, Writing, and Editing)
- मीडिया के लिए लेखन (Writing for Media)
- भारतीय संस्कृति (Indian Culture)
- सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक परिदृश्य (Socio-Economic and Political Scenario)
- डिजाइन और ग्राफिक्स की मूल बातें (Basics of Design and Graphics)
- प्रिंट पत्रकारिता (Print Journalism)
- भारत में प्रिंट और प्रसारण का इतिहास (History of Print and Broadcasting in India)
- मीडिया कानून और नैतिकता (Media Laws and Ethics)
- फोटोग्राफी (Still Photography)
- संचार का सिद्धांत (Theory of Communication)
- राज्य की राजनीति और संविधान (State Politics and the Constitution)
- मीडिया में कंप्यूटर का अनुप्रयोग (Application of Computer in Media)
- विकास और संचार (Development and Communication)
- रेडियो पत्रकारिता और उत्पादन (Radio Journalism and Production)
- कैमरा, लाइट और साउंड (Basics of Camera, Lights, and Sound)
- मीडिया प्रबंधन (Media Management)
- लोक मीडिया (Folk Media)
- टेलीविजन पत्रकारिता, और उत्पादन (Television Journalism, and Production)
- जनसंपर्क (Public Relations)
- विज्ञापन का परिचय (Introduction to Advertising)
- अर्थशास्त्र और भारतीय अर्थव्यवस्था के मूल तत्व (Fundamentals of Economics and Indian Economy)
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मामले (National and International Affairs)
- विज्ञापन प्रथाएं (Advertising Practices)
- मीडिया रिसर्च (Media Research)
- इवेंट मैनेजमेंट: सिद्धांत और तरीके (Event Management: Principles and Methods)
- पर्यावरण संचार (Environment Communication)
- संचार अनुसंधान (Communication Research)
- जनजातीय संचार (Tribal Communication)
- मीडिया संगठन और प्रबंधन (Media Organisation and Management)
- समकालीन मुद्दों (Contemporary Issues)
- मूल्य शिक्षा (Value Education)
- वैश्विक मीडिया परिदृश्य (Global Media Scenario)
एमजेएमसी पाठ्यक्रम (MJMC Syllabus):
JMC (Masters in Journalism and Mass Communication) के विषय नीचे दिए गए हैं।
- संचार का परिचय (Introduction to Communication)
- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (Electronic Media)
- भारत में प्रिंट मीडिया: विकास और विकास (Print Media in India: Growth and Development)
- प्रिंट मीडिया - रिपोर्टिंग और डेस्क (Print Media - Reporting & Desk)
- विज्ञापन देना (Advertising)
- सामयिकी (Current Affairs)
- मीडिया प्रबंधन (Media Management)
- विकास संचार (Development Communication)
- मीडिया कानून और नैतिकता (Media Law and Ethics)
- रेडियो और टीवी उत्पादन तकनीक (Radio and TV Production Techniques)
- मुद्रण माध्यम (Print Media)
- न्यू मीडिया टेक्नोलॉजी (New Media Technology)
- इंटरकल्चरल और इंटरनेशनल कम्युनिकेशन (Intercultural and International Communication)
- मीडिया और मानवाधिकार (Media and Human Rights)
- जनसंपर्क और कॉर्पोरेट संचार (Public Relations and Corporate Communication)
- फिल्म अध्ययन (Film Studies)
- फोटोग्राफी (Photography)
- मीडिया और समाज (Media and Society)
- अंतर - संस्कृति संचार (Intercultural Communication)
- पर्यावरण संचार (Environment Communication)
मास कम्युनिकेशन विषय (Mass Communication Subjects)
उम्मीदवार नीचे दी गई तालिका में मास कम्युनिकेशन कोर्स विषयों की सूची पा सकते हैं।
सौंदर्यशास्त्र और दृश्य संचार (Aesthetics and Visual Communication) | कैमरा और प्रकाश (Camera and Lighting) |
फोटोग्राफी (Photography) | फ़ीचर लेखन (Feature Writing) |
पत्रकारिता (Journalism) | ऑडियोग्राफी और संगीत (Audiography and Music) |
ऑडियो-विजुअल कम्युनिकेशन (Audio-Visual Communication) | समाचार रिपोर्टिंग और संपादन (News Reporting and Editing) |
मार्केटिंग और मास कम्युनिकेशन (Marketing and Mass Communication) | - |
मास कम्युनिकेशन विशेषज्ञ बनने के लिए आवश्यक कौशल (Skills Required to be Mass Communication Specialist)
यदि उम्मीदवार मास कम्युनिकेशन में ऊंचाइयों को प्राप्त करना चाहते हैं तो उम्मीदवारों के पास कुछ कौशल होने चाहिए। मास कम्युनिकेशन के पेशे के लिए आवश्यक कुछ महत्वपूर्ण कौशल नीचे दिए गए हैं।
- मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में आवश्यक सबसे बुनियादी कौशल अच्छा संचार और लेखन क्षमता है।
- उम्मीदवारों के पास उस भाषा के लिए स्वभाव होना चाहिए जिसमें वे जनसंचार कार्यक्रम करना चाहते हैं।
- इस क्षेत्र के स्नातकों के पास नवीनतम अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए नेटवर्क बनाने और मीडिया संपर्क बनाने की क्षमता होनी चाहिए।
- कठिन परिस्थितियों और दबाव में काम करने की क्षमता एक और आवश्यकता है।
मास कम्युनिकेशन कोर्स को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल को दर्शाने वाली तालिका यहां दी गई है।
रचनात्मकता | आत्मविश्वास | नेटवर्किंग कौशल |
संचार कौशल | समय सीमा के तहत काम करने की क्षमता | साक्षात्कार कौशल |
कठिन परिस्थितियों में काम करने की क्षमता | अनुसंधान कौशल | समस्या समाधान करने की कुशलताएं |
विचारों और विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की क्षमता | अवलोकन कौशल | महत्वपूर्ण सोच |
अच्छा साक्षात्कार कौशल | व्याख्या कौशल | जानकारी को सटीक और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की योग्यता |
मास कम्युनिकेशन पाठ्यक्रम शुल्क (Mass Communication Course Fee)
सरकारी कॉलेजों से मास कम्युनिकेशन कोर्स की फीस निजी कॉलेजों की तुलना में कम होती है। मास कम्युनिकेशन फीस भी अलग-अलग कोर्स में अलग-अलग होती है। यदि आपके पाठ्यक्रम में मल्टीमीडिया शिक्षा भी शामिल है तो यह संभवतः आपको मुख्य मास कम्युनिकेशन और पत्रकारिता पाठ्यक्रमों से अधिक महंगा पड़ेगा।
सरकारी कॉलेजों की फीस 11,659 से रुपये से 1,10,000 रुपये तक हो सकती है। हालांकि, निजी विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किए जाने वाले जन संचार पाठ्यक्रमों की फीस रुपये 2.5 लाख से लगभग 8.5 लाख रुपये तक हो सकती है।
मास कम्युनिकेशन जॉब्स और जॉब प्रोफाइल (Mass Communication Jobs and Job Profiles)
इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया भारतीय संचार का मुख्य स्तंभ होने के कारण पत्रकारिता और जनसंचार उद्योग में बहुत गुंजाइश है। कई मीडिया घराने, समाचार चैनल, पत्रिकाएं और समाचार पत्र हैं जो जनसंचार स्नातकों को नियुक्त करते हैं।
इसके अलावा, आप इस क्षेत्र में स्नातक पूरा करने के बाद कॉपीराइटर, कंटेंट राइटर, ब्लॉगर आदि भूमिकाओं के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा भुगतान करने वाले कुछ प्रोफाइल निम्नलिखित हैं:
- टीवी एंकर
- समाचार संपादक
- वरिष्ठ पत्रकार
- कनिष्ठ पत्रकार
- स्क्रीन राइटर
मास कम्युनिकेशन सैलरी स्कोप (Mass Communication Salary Scope)
मास कम्युनिकेशन उन क्षेत्रों में से एक है जहां अनुभव वेतन को बहुत बदल देता है। आपका अनुभव जितना अधिक होगा, आपको उतना ही अच्छा वेतन मिलेगा। अगर आप आईआईएमसी, सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन आदि जैसे कॉलेजों से ग्रेजुएशन कर रहे हैं तो आपको अच्छी सैलरी मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
इस क्षेत्र में शुरुआती वेतन 12,000 रु से 25,000 रुपये प्रति माह तक हो सकती है। 5 साल का अनुभव हासिल करने के बाद आप 50,000 से 1,00,000 रुपये प्रति माह वेतन की उम्मीद कर सकते हैं। एक अच्छा पैकेज पाने के लिए प्रतिष्ठित कॉलेजों से मास कम्युनिकेशन कोर्स करना आवश्यक है।
मास कम्युनिकेशन: टॉप रिक्रूटर्स (Mass Communication: Top Recruiters)
मास कम्युनिकेशन में डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों के लिए करियर के विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं। भारत में मास कम्युनिकेशन के लिए भर्ती करने वाली प्रमुख कंपनियों को प्रदर्शित करने वाली तालिका यहां दी गई है।
हिंदुस्तान टाइम्स (Hindustan Times) | टाइम्स ग्रुप (Times Group) | द हिन्दू (The Hindu) |
द पायनियर (The Pioneer) | इंडिया टुडे ग्रुप (India Today Group) | इंडियन एक्सप्रेस (Indian Express) |
दूरदर्शन (Doordarshan) | आउटलुक (Outlook) | इंडिया टीवी (India TV) |
एनडीटीवी (NDTV) | ऑल इंडिया रेडियो (All India Radio) | नेटवर्क 18 (Network 18) |
सिनेयुग एंटरटेनमेंट्स (Cineyug Entertainments) | ज़ी नेटवर्क (Zee Network) | बीबीसी (BBC) |
विजक्राफ्ट एंटरटेनमेंट (Wizcraft Entertainment) | स्टार इंडिया (Star India) | बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड (Balaji Telefilms Limited) |
भारत में मास कम्युनिकेशन कॉलेज (Mass Communication Colleges in India)
भारत में मास कम्युनिकेशन के कुछ प्रमुख कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में हर साल हजारों छात्र अपने जनसंचार पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के लिए आते हैं। भारत के कुछ सर्वश्रेष्ठ मास कम्युनिकेशन कॉलेज नीचे दिए गए हैं।
कॉलेज का नाम | शुल्क संरचना |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली | INR 47,000-1,60,000/- |
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस, मुंबई | INR 2,29,000-3,77,000/- |
सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे | INR 8,35,000 / - |
जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली | INR 1,42,000/- |
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बैंगलोर | INR 4,25,000-4,45,000/- |
मास कम्युनिकेशन कॉलेजों, पाठ्यक्रमों और उनकी फीस के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमारे साथ CollegeDekho पर बने रहें।