क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध लिखना सीखें

क्रिसमस ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रतियेक वर्ष क्रिसमस डे 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस डे का महत्व समझाने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखने को दिया जाता है। यहां से आप हिंदी में क्रिसमस पर निबंध लिखना सीख सकते है।

क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध लिखना सीखें

क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष क्रिसमस डे को 25 दिसंबर को मनाया जाता है।क्रिसमस डे ईसा मसीह के जन्म का प्रतीक है। क्रिसमस​​​​​​​ डे​​​​​​​ पर ईसा मसीह​​​​​​​ का जन्म हुआ था। क्रिसमस का महत्व (Importance of Christmas in Hindi) समझाने और क्रिसमस की सभी जानकारियों के बारें में बताने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखने का कार्य दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है। यहां क्रिसमस के बारे में हिंदी पैराग्राफ (About Christmas in Hindi Paragraph) यहां दिये गये है।

बहुत से छात्र/छात्राओं को क्रिसमस पर हिंदी में निबंध (Hindi Essay on Christmas) लिखने में समस्या आती है या फिर हिंदी विषय पर उनकी पकड़ मजबूत नहीं होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (christmas in Hindi) लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए आप यहां से क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखना सीख सकते है। इस लेख के माध्यम से आपकी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। क्रिसमस पर निबंध (Christmas Nibandh in Hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें (How to Write Essay on Christmas in Hindi) , इसकी जानकारी मिलेगी बल्कि आपको किसी भी अन्य निबंध को कैसे लिखा जाए, ये भी पता चलेगा।

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क्रिसमस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on Christmas in 100 words in Hindi)

क्रिसमस पर निबंध (Christmas Par Nibandh): क्रिसमस क्रिश्चियन समुदाय का सबसे बड़ा और खुशी का त्योहार है, इस कारण इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है। हर साल 25 दिसंबर को दुनिया भर में क्रिसमस पूरे हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता है। क्रिसमस के 15 दिन पहले से ही मसीह समाज के लोग इसकी तैयारियों में जुट जाते हैं। घरों की सफाई की जाती है, नए कपड़े खरीदे जाते हैं, विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं। इस दिन के लिए विशेष रूप से चर्चों को सजाया जाता है। क्रिसमस पर स्कूलों को रोशनी और ईसा मसीह की कहानी बताने वाली कलाकृतियों से सजाया जाता है। इस अवसर पर, स्कूल प्रशासन विशेष सभाओं और निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है। छात्र यहां से क्रिसमस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on Christmas in 100 words in Hindi) लिखना सीख सकते है।

क्रिसमस अद्वितीय और महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाला एक खुशी का अवसर है। ईसाई धर्म में पूज्य ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में हर साल 25 दिसंबर को यह दिन मनाया जाता है। ईसाई यीशु को ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं। क्रिसमस क्रिसमस की कहानी पर चिंतन करने, प्यार फैलाने, बंधनों को मजबूत करने और सद्भावना फैलाने का समय है। अपनी धार्मिक जड़ों से परे, क्रिसमस एक वैश्विक सांस्कृतिक त्योहार के रूप में विकसित हुआ है। घरों और सड़कों को सजाना, उपहारों का आदान-प्रदान करना, पारिवारिक समारोह आयोजित करना और पारंपरिक भोजन बनाना कुछ ऐसी चीजें हैं जो लोग क्रिसमस पर करते हैं।

क्रिसमस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Christmas in 200 words in Hindi)

क्रिसमस पर निबंध (Christmas Per Nibandh): प्रस्तावना

क्रिसमस दुनियाभर में धूमधाम से मनाया जाने वाला पर्व है, जिसे हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से यीशु मसीह के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। यीशु मसीह वो शख्स थे जिन्होंने न सिर्फ ईसाई धर्म की स्थापना की, बल्कि ईसाई मान्यताओं के अनुसार इन्सानों के गुनाह की खातिर खुद सूली पर चढ़ गए। यही वजह है कि दुनिया भर के इसाइयों के लिए यह त्योहार काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।

क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (Christmas Par Nibandh in Hindi)

यीशु मसीह का जन्म फिलिस्तीन के बेथलहेम शहर में लगभग 1 ईशा पूर्व हुआ था। उनके पिता का नाम जोसफ तथा माता का नाम मैरी था। यह शहर आज के जमाने में इजरायल की राजधानी येरुशलम से 10 किलोमीटर दूर सेंट्रल वेस्ट बैंक में स्थित है। यीशु मसीह के जन्म से ही अंग्रेजी कैलेंडर की भी शुरुआत हुई है जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है।

चूंकि दुनिया भर में ईसाई धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है, यही वजह है कि क्रिसमस की खुशी तथा इसका जश्न वैश्विक स्तर पर देखा जा सकता है। दुनियाभर के लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं। यकीनन विविधता में एकता के लिए प्रसिद्ध हमारा देश भारत भी इससे अछूता नहीं है। भारत में भी ईसाइयों की एक बड़ी तादाद मौजूद है। प्रत्येक वर्ष क्रिसमस की तारीख के नजदीक आते ही दुनिया भर के बाज़ारों के साथ-साथ भारत के बाज़ारों में भी क्रिसमस को लेकर तैयारिया और भीड़ बढ़ जाती है। लाल रंग की सांता क्लौज की टोपी व परिधान, जगमगाते बल्ब्स, चमकीले सितारे और क्रिसमस ट्री आदि जैसी समाग्रियों से भारतीय बाजार सज जाते हैं जिससे इनकी खूबसूरती बढ़ती है। केक व पेस्ट्रिज की दुकानों पर भी भीड़ बढ़ जाती है। इस दिन विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को गिफ्ट देने का चलन है। इस त्योहार को सिर्फ इसाई धर्म ही नहीं बल्कि हर धर्म के लोग खुशियों से मनाते है और भाई-चारे का संदेश देते है।

क्रिसमस के दिन ईसाई धर्म को मानने वाले लोग चर्च जाते हैं। भगवान यीशु मसीह के भजन गाते हैं व उनसे अपनी गलतियों के लिए माफ़ी मांगते हैं। इसके बाद मेहमानों व बच्चों को तोहफे व आकर्षक क्रिसमस कार्ड्स दिए जाते हैं। इस दिन राष्ट्रीय अवकास भी होता है। सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ प्राइवेट कार्यालय, स्कूल व कॉलेज भी इस दिन बंद रहते हैं। कई कार्यालयों व विद्यालयों में क्रिसमस (Christmas) से एक दिन पहले क्रिसमस के जश्न का आयोजन होता है।

क्रिसमस पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on Christmas in 500 words in Hindi)

क्रिसमस- क्रिसमस एक प्रमुख पर्व है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, हर्षोल्लास और खुशी के साथ मनाते है।

ईसामसीह- क्रिसमस प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है। इस दिन ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है।

अवकाश: क्रिसमस के दिनों में छुट्टियां मनाई जाती हैं और धूम-धाम के साथ त्यौहार को मनाया जाता है। क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। घरों में सजावट की जाती है, अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है केक काटा जाता है। इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है।

प्रसाद: क्रिसमस में प्रसाद की विशेषता होती है, जिसमें केक, बिस्किट, और अन्य मिठाईयां शामिल होती हैं। प्रसाद पाकर बच्चें बहुत खुश होते है और इस दिन बहुत इन्जॉय करते है। यह पर्व बच्चों, बडें, बूढ़ों हर किसी के लिए खास होता है। इस दिन घरों में तरह-तरह के केक और पकवान बनाये जाते है और प्रसाद के तौर पर बाटें जाते है।

उत्साह: क्रिसमस के दिनों में लोग उत्साह से भरे होते हैं और खुशी का माहौल बनाते हैं। इस दिन लोग चर्च जाते है और केक काटते है। अपने घरों में लोगों को भोज के लिए आंमत्रित करते है। जन्मदिन की तरह ही इस त्यौहार को भी उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते है।

परिवार: क्रिसमस के दिनों में परिवार के सभी सदस्य एकजुट होते हैं और साथ में खाने-पीने का आनंद लेते हैं। इस दिन सभी परिवार के लोग, सगे-सबंधी, दोस्त और सभी लोग गिले-शिकवे मिटा कर एकजुट होकर क्रिसमस का त्योहार मनाते है प्यार से गले मिलते है। इस दिन ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है।

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गीत: क्रिसमस में गीतों का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जैसे कि "जिंगल बेल्स", "सांता क्लॉज आ रहा है", और "ओ कोम ऑल इ फेथफुल"। इस दिन लोग नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रियाओं के द्वारा खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है।

उपहार: क्रिसमस में विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को उपहार देने की परंपरा होती है, जिसमें लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं और आपसी प्रेम और आदर्शों का प्रतीक बनाते हैं। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है।

दीपावली: क्रिसमस के दिनों में लोग अपने घरों को दीपावली की तरह सजाते हैं और उजाले के लिए कैंडल जलाते हैं। इस पर्व पर दिवाली की तरह ही अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है, घरों-ऑफिस बाजारों को सजाते है। क्रिसमस के दिन घरों से लेकर बाजारों तक में दिवाली की तरह ही रौनक रहती है।

खुशियां: क्रिसमस में खुशियों का त्योहार मनाया जाता है और लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। इस दिन सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है।

निष्कर्ष (Conclusion)

क्रिसमस (Christmas) पूरी दुनिया में युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे, बडें और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।

क्रिसमस पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Christmas in 10 lines in Hindi)

  1. क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है।
  2. यह पर्व ईसाई धर्म के लोग अपने भगवान यीशु मसीह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाते हैं।
  3. यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
  4. क्रिसमस का यह त्यौहार सभी देशों में बड़े ही जश्न के साथ मनाया जाता है।
  5. यह एक धार्मिक उत्सव है जिसका आनंद दुनिया के लगभग सभी धर्मों के लोग लेते हैं।
  6. क्रिसमस पर कुछ लोग सांता क्लॉज की वेशभूषा में तैयार होते हैं और बच्चों को चाकलेट तथा उपहार बाटते हैं।
  7. क्रिसमस के दिन विश्व के लगभग सभी देशों में सरकारी अवकाश रहता है।
  8. क्रिसमस पर लोग एक ख़ास गाना गाते हैं जिसे ‘क्रिसमस कैरोल’ (Christmas Carrol) कहा जाता है।
  9. ईसाई लोग इस दिन अपने घरों को रोशनी वाले झालर और लाइटों से सजाते हैं।
  10. क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मेला घूमकर क्रिसमस का आनंद उठाते हैं।
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FAQs

यीशु का कौन सा धर्म था?

निस्संदेह, यीशु एक यहूदी थे। यीशु का जन्म दुनिया के यहूदी हिस्से गलील में एक यहूदी मां से हुआ था। उनके सभी मित्र, सहयोगी, सहकर्मी, शिष्य, सभी यहूदी थे। वह नियमित रूप से यहूदी सामुदायिक पूजा में पूजा करते थे, जिन्हें हम आराधनालय कहते हैं।

क्रिसमस धर्म के संस्थापक कौन थे?

ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला त्यौहार है, क्रिसमस के त्यौहार पर पूरी दुनिया जश्न में डूब जाती है। यूरोपीय देशों में हफ्ते की भर की छुट्टी होती है।

क्रिसमस का त्योहार किसका प्रतीक है?

क्रिसमस पारंपरिक रूप से यीशु के जन्म का जश्न मनाने वाला एक ईसाई त्योहार था, लेकिन 20वीं सदी की शुरुआत में, यह एक धर्मनिरपेक्ष पारिवारिक अवकाश भी बन गया, जिसे ईसाई और गैर-ईसाइयों द्वारा समान रूप से मनाया जाता था।  

मेरी क्रिसमस का अर्थ क्या है?

किसी को क्रिसमस की सुखद छुट्टियों की शुभकामनाएँ देना होता है।

क्रिसमस क्यों मनाया जाता है?

हर साल ईसा मसीह के जन्मदिन को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि सांता क्लॉस का असली नाम सांता निकोलस है। कहा जाता है सांता निकोलस बच्चों से बहुत प्यार करते थे। यही कारण है कि उनकी याद में हम सभी क्रिसमस मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं।

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