एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB in Hindi): कौन है बेहतर? स्कोप, करियर ऑप्शन, जॉब्स और वेतन यहां जानें
छात्र अक्सर इस बात को लेकर भ्रमित रहते हैं कि ग्रेजुएशन के बाद उन्हें एमबीए कोर्स करना चाहिए या एलएलबी कोर्स। एमबीए और एलएलबी कोर्स (MBA and LLB course) की यहां डिटेल में तुलना की गई है, जिसके माध्यम से आप एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB in Hindi) के अंतर को आसानी से समझ पाएंगे ।
एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB): कौन सा करियर ऑप्शन बेस्ट है?
भारत में कई छात्र इस बात को लेकर भ्रमित रहते हैं कि ग्रेजुएशन के बाद कौन सा कोर्स करना बेहतर होगा। भारत में ग्रेजुएशन के बहुत सारे विकल्प कोर्स उपलब्ध हैं। यदि हम मोटे तौर पर श्रेणीबद्ध करें तो पात्रता मानदंड के आधार पर निम्नलिखित दो प्रकार के स्नातकोत्तर कोर्स उभर कर सामने आते हैं। इसमें एक एमबीए कोर्स (MBA Course) और एक एलएलबी कोर्स (LLB Course) है। यहां इस आर्टिकल में एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB) के बारे में विस्तार से बताया गया है।
- स्ट्रीम-स्पेसिफिक कोर्स (Stream-Specific Course): ये ऐसे कोर्सेस हैं जो केवल उन्हीं छात्रों तक सीमित हैं, जिन्होंने समान या संबंधित स्ट्रीम में स्नातक पूरा किया है। इनमें कोर्सेस जैसे डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन (Doctor of Medicine (MD)), मास्टर ऑफ़ टेक्नोलॉजी (Master of Technology (MTech) आदि शामिल हैं।
- स्ट्रीम-इंडिपेंडेंट कोर्से (Stream-Independent Courses): ये कोर्सेस हैं जो सभी स्ट्रीम के छात्रों के लिए खुले हैं। ये कोर्सेस किसी छात्र को अपने अनुशासन के अलावा कौशल विकसित करने में सक्षम बनाते हैं और यहां तक कि छात्रों को नए करियर विकल्पों की ओर ले जाते हैं।
दो ऐसे स्नातकोत्तर कोर्सेस जो किसी विशेष स्ट्रीम के लिए प्रासंगिक नहीं हैं केवल मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (Master of Business Administration (MBA)) और बैचलर ऑफ़ लॉ Bachelor of Law (LLB)) हैं। स्नातक अक्सर भ्रमित होते हैं कि उन्हें एमबीए या एलएलबी में से कौन सा कोर्स करना चाहिए (Which course should one pursue MBA or LLB?)। ऐसी स्थिति में, छात्रों को सावधानीपूर्वक एमबीए कोर्स और एलएलबी कोर्स (MBA Course and LLB Course) की तुलना करनी चाहिए और निर्णय लेने में मदद करने के लिए दोनों कोर्सेस की मुख्य विशेषताओं पर एक नज़र डालनी चाहिए। एमबीए एडमिशन के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT), कॉमन मैनेजमेंट टेस्ट (CMAT), मैनेजमेंट एप्टीटुड टेस्ट (MAT) जैसी परीक्षाओं को पास करना होता है। वहीं बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी) एडमिशन 2024 के लिए कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) और लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट (LSAT) जैसे टेस्ट पास करने होते हैं।
इस लेख में, हमने एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB in Hindi) की विस्तृत कोर्स तुलना की है। हमने उन फैक्टर पर एक नज़र डाली है जो आपको एमबीए और एलएलबी कोर्स (MBA and LLB courses) के बाद नौकरी के अवसर, करियर, वेतन आदि के बीच चयन करने में मदद करेंगे।
एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB): ओवरव्यू
विशेषता | एमबीए | एलएलबी |
पूरा नाम | मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (Master of Business Administration) | बैचलर ऑफ लॉ (लेगम बैकालॉरियस) (Bachelor of Law) |
स्ट्रीम | प्रबंधन | लॉ |
अवधि | 2 वर्ष | 3 वर्ष |
पात्रता | 45% अंक के साथ किसी भी स्ट्रीम में स्नातक | किसी भी स्ट्रीम में स्नातक |
प्रवेश प्रक्रिया | एंट्रेंस परीक्षा + जीडी + पीआई | एंट्रेंस परीक्षा + काउंसलिंग |
एंट्रेंस परीक्षा |
|
लॉ एंट्रेंस एग्जाम |
संस्थान | इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) | नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLUs) |
अनुमानित कोर्स शुल्क | 5 लाख रुपये | 1.5 लाख रुपये |
अनुमानित औसत वेतन | 7 लाख रुपये प्रति वर्ष | 5लाख रुपये प्रति वर्ष |
एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB)
एमबीए प्रबंधन में एक प्रोफेशनल स्नातकोत्तर कोर्स है। यह एक कोर्स है जो बिज़नेस मैनेजमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन के क्षेत्र में एक उम्मीदवार को करियर के लिए तैयार करता है। एमबीए प्रोग्राम में छात्र सैद्धांतिक और साथ ही व्यावहारिक कौशल प्राप्त करते हैं जो प्रशासनिक पदों में फायदेमंद होते हैं, जो मुख्य रूप से व्यवसायों के लिए प्रासंगिक होते हैं। हालांकि, MBA कोर्स (MBA course) के दौरान हासिल किए गए समान कौशल का उपयोग विभिन्न अन्य संगठनों में भी किया जा सकता है।
एलएलबी, दूसरी ओर, लॉ के क्षेत्र में स्नातक स्तर का कोर्स है। जबकि कोर्स स्नातक स्तर है, इसे केवल एक छात्र द्वारा स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही अपनाया जा सकता है। कोर्स में इसके विभिन्न क्षेत्रों सहित संवैधानिक कानून का व्यापक अध्ययन शामिल है। एलएलबी कोर्स (LLB course) पूरा करने के बाद, एक छात्र खुद को एक अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत करने और भारत में लॉ प्रैक्टिस करने के योग्य हो जाता है।
एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB): नौकरी के अवसर और करियर स्कोप
एमबीए और एलएलबी (MBA and LLB) दोनों अच्छी तरह से मान्यता प्राप्त कोर्सेस हैं जो छात्रों के लिए उत्कृष्ट करियर के अवसर खोलते हैं। हालांकि, चूंकि ये दोनों कोर्सेस बहुत अलग हैं, दोनों कोर्सेस के बाद करियर के रास्ते बहुत अलग हैं।
एमबीए के बाद करियर (Career after MBA)
एमबीए एक ऐसी डिग्री है जो न केवल नए स्नातकों को उनके शैक्षणिक मूल्य को बढ़ाने में मदद कर सकती है बल्कि कामकाजी पेशेवरों को उनके करियर के लक्ष्यों को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकती है। यहां कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं जो भारत में एमबीए स्नातकों की भर्ती करते हैं।
- बैंकिंग एंड फाइनेंसियल सर्विसेज (बीएफएसआई)
- मैनेजमेंट / टेक कॉउंसलिंग
- टेलीकम्यूनिकेशन
- इन्वेस्टमेंट बैंकिंग
एमबीए स्नातक निम्नलिखित क्षेत्रों में काम कर सकते हैं:
- बिज़नेस मैनेजमेंट
- मार्केटिंग
- फाइनेंस
- सेल्स
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट
- एनालिटिक्स आदि
एमबीए ग्रेजुएट के लिए काम का क्षेत्र उनके द्वारा चुने गए एमबीए स्पेशलाइजेशन पर निर्भर करता है।
एमबीए एक बहुत ही वर्सटाइल कोर्स है जिसकी निजी क्षेत्र में उच्च मांग है। MBA के बाद सरकारी क्षेत्र में भी नौकरी के ढेरों अवसर हैं।
MBA स्नातकों को दी जाने वाली पॉपुलर जॉब रोल में शामिल हैं:
- विपणन प्रबंधक
- प्रोजेक्ट मैनेजर
- संबंधी प्रबंधक
- प्रबंधन सुझाव देने वाला
- व्यापार विश्लेषक
एलएलबी के बाद करियर ऑप्शन (Career after LLB in Hindi)
एलएलबी एक विशाल न्यायिक प्रणाली के साथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में असंख्य करियर के अवसर प्रदान करता है। कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां एलएलबी स्नातक करियर के अवसर तलाश सकते हैं।
- प्राइवेट प्रैक्टिस
- लॉ फर्म
- लीगल डिपार्टमेंट ऑफ़ बिज़नेस
- एनजीओ
- लॉ कंसल्टेंसी
- गवर्नमेंट डिपार्टमेंट
नीचे लॉ के विभिन्न क्षेत्र दिए गए हैं जिन्हें एलएलबी की डिग्री के बाद चुना जा सकता है।
- कॉर्पोरेट लॉ
- लेबर लॉ
- बिज़नेस लॉ
- क्रिमिनल लॉ
यहां एलएलबी डिग्री वाले छात्रों के लिए उपलब्ध सामान्य जॉब प्रोफाइल हैं।
- अधिवक्ता (Lawyer)
- कॉर्पोरेट वकील
- लीगल एनालिस्ट (Legal Analyst)
- सिविल लॉयर (Civil Lawyer) आदि
एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB): वेतन
एमबीए और एलएलबी दोनों डिग्री में अच्छे वेताल की संभावनाएं होती हैं। नीचे दी गई टेबल एमबीए और एलएलबी (MBA and LLB) के अलग-अलग जॉब प्रोफाइल के लिए सैलरी डेटा दिखाती है। उम्मीदवारों को यह ध्यान रखना चाहिए कि वेतन शैक्षणिक योग्यता, कॉलेज की प्रतिष्ठा आदि जैसे कई फैक्टर पर निर्भर करेगा।
एमबीए के बाद वेतन (Salary after MBA)
नौकरी प्रोफ़ाइल | प्रारंभिक वेतन | मिड लेवल सैलरी | सीनियर लेवल सैलरी |
मार्केटिंग मैनेजर | रु. 3 - 4 एलपीए | रु. 7 एलपीए | रु. 10 - 15 एलपीए |
प्रोजेक्ट मैनेजर | रु. 4 - 5 एलपीए | रु. 15 एलपीए | रु. 20+ एलपीए |
बिज़नेस एनालिस्ट | रु. 3 - 4 एलपीए | रु. 6 एलपीए | रु. 10+ एलपीए |
मैनेजमेंट कंसलटेंट | रु. 3 - 4 एलपीए | रु. 11 एलपीए | रु. 20+ एलपीए |
एलएलबी के बाद वेतन (Salary after LLB)
नौकरी प्रोफ़ाइल | प्रारंभिक वेतन | मिड लेवल सैलरी | सीनियर लेवल सैलरी |
वकील | रु. 2 - 3 एलपीए | रु. 4 एलपीए | रु. 9 - 10 एलपीए |
कॉर्पोरेट वकील | रु. 5 एलपीए | रु. 7 एलपीए | रु. 10 एलपीए |
कानूनी विश्लेषक | रु. 2 - 3 एलपीए | रु. 4 - 5 एलपीए | रु. 7 एलपीए |
सिविल वकील | रु. 2 - 3 एलपीए | रु. 8 एलपीए | रु. 20+ एलपीए |
नोट: सभी वेतन आंकड़े अनुमानित हैं और प्रत्येक प्रोफाइल के लिए वास्तविक वेतन भिन्न हो सकता है।
एमबीए वर्सेस एलएलबी (MBA vs LLB): कॉलेज
यहां भारत के कुछ ऐसे कॉलेज हैं जो बेस्ट एमबीए और एलएलबी कोर्सेस (good MBA and LLB courses) ऑफर करते हैं।
भारत में एमबीए के लिए पॉपुलर कॉलेज (Popular Colleges Offering MBA in India) | ||
कॉलेज | स्थान | कोर्स फीस |
जगन्नाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (JIMS) | नई दिल्ली | 5.34 |
जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी | जयपुर | 2.50 |
एनआईआईटी यूनिवर्सिटी | नीमराना | 5.00 |
फैकल्टी ऑफ़ मनगमनेट स्टडीज (एफएमएस) | दिल्ली | 0.20 |
मोदी यूनिवर्सिटी | सीकर | 6.90 |
नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एनएमआईएमएस) | मुंबई | 17.50 |
सीटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस | जालंधर | 1.74 |
मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एमडीआई) | गुरुग्राम | 17.50 |
बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेज (बीआईएमएस) | बैंगलोर | -- |
सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय (एसवीजीयू) | जयपुर | 4.00 |
भारत में एलएलबी के लिए पॉपुलर कॉलेज (Popular Colleges for LLB in India) | ||
कॉलेज | स्थान | कोर्स शुल्क |
अंसल यूनिवर्सिटी | गुरुग्राम | 6.39 |
संदीप यूनिवर्सिटी | नाशिक | 1.65 |
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) | फगवाड़ा | 4.68 |
एपेक्स यूनिवर्सिटी | जयपुर | 0.90 |
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) | वाराणसी | 7.98 |
एनआईएमएस यूनिवर्सिटी | जयपुर | 1.59 |
सेज यूनिवर्सिटी | इंदौर | 1.35 |
आईसीएफएआई यूनिवर्सिटी | देहरादून | 2.40 |
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एनएलयू) | दिल्ली | 4.14 |
मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी (एमजीयू) | सीहोर | 2.55 |
एडमिशन में सहायता के लिए, हमारे Common Application Form (CAF) भरें या हमारे टोल-फ्री छात्र हेल्पलाइन नंबर 1800-572-9877 पर संपर्क करें।
दो कोर्सेस के बीच चयन करते समय, ऊपर दिए गए फैक्टर की तुलना अपने करियर के लक्ष्यों से करें ताकि आपको स्पष्ट पता चल सके कि आप कौन सा रास्ता अपनाना चाहते हैं। यदि आपको कोई संदेह है, तो आप हमारे विशेषज्ञों से CollegeDekho QnA Zone पर संपर्क कर सकते हैं।
संबंधित लेख | |
एमबीए वर्सेस एम कॉम | लॉ कोर्स की लिस्ट |
भारतीय शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी लेटेस्ट एजुकेशन न्यूज़ और अपडेट के लिए CollegeDekho के साथ बने रहें।
हमारे विशेषज्ञ से सहायता प्राप्त करें
FAQs
एमबीए या एलएलबी के बाद नौकरी के सबसे ज्यादा अवसर किसमें हैं?
एमबीए के बाद उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंसियल सर्विसेज, मैनेजमेंट, टेलीकम्यूनिकेशन, बिज़नेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस, सेल्स, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट , इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के क्षेत्र में जॉब पा सकते हैं। वहीं, एलएलबी के बाद करियर ऑप्शन के रूप में उम्मीदवार के पास प्राइवेट प्रैक्टिस, लॉ फर्म, लीगल डिपार्टमेंट ऑफ़ बिज़नेस, एनजीओ, लॉ कंसल्टेंसी, गवर्नमेंट डिपार्टमेंट, कॉर्पोरेट लॉ, लेबर लॉ, बिज़नेस लॉ, क्रिमिनल लॉ के क्षेत्र में जॉब आप्शन होते हैं।
एमबीए या एलएलबी में से कौन सा कोर्स करना चाहिए ?
उम्मीदवारों को इसके बारे में सावधानीपूर्वक एमबीए कोर्स और एलएलबी कोर्स की तुलना करनी चाहिए और फैसला लेने में मदद करने के लिए दोनों कोर्सेस की मुख्य विशेषताओं को ध्यान से पढ़ना चाहिए। एमबीए एडमिशन के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट, कॉमन मैनेजमेंट टेस्ट, मैनेजमेंट एप्टीटुड टेस्ट जैसी परीक्षाओं को पास करना होता है। वहीं बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी) एडमिशन के लिए कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट और लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट जैसे टेस्ट पास करने होते हैं। दोनों कोर्स के बाद करियर ऑप्शन अलग-अलग है, एमबीए के छात्र मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बना सकते हैं, वहीं एलएलबी के छात्र कानून के क्षेत्र में करियर तलाश सकते हैं। दोनों कोर्स के बाद छात्र कर्पोरेट्स में करियर बना सकते हैं।
एमबीए या एलएलबी में कौन बेहतर कोर्स है ?
मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन और बैचलर ऑफ़ लॉ दोनों अलग-अलग कोर्स है। एमबीए 2 साल का कोर्स है, वहीं एलएलबी 3 साल में पूरा होता है। एमबीए मैनेजमेंट में एक प्रोफेशनल पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स है, जो बिज़नेस मैनेजमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन के क्षेत्र में एक उम्मीदवार को करियर के लिए तैयार करता है। वहीं एलएलबी लॉ के क्षेत्र में स्नातक स्तर का कोर्स है। कोर्स में इसके विभिन्न क्षेत्रों सहित संवैधानिक कानून का व्यापक अध्ययन शामिल है।