15 अगस्त पर हिंदी में भाषण (15 August Speech In Hindi): स्वतंत्रता दिवस पर 500 शब्दों में भाषण

Munna Kumar

Updated On: July 11, 2024 06:18 pm IST

15 अगस्त पर हिंदी में भाषण (15 August Speech In Hindi): हर साल 15 अगस्त को हर भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाता है। इसी दिन 1947 में हमें अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी। यह आजादी के लिए बलिदान देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करने का दिन है। 
15 अगस्त पर हिंदी में भाषण (15 August Speech In Hindi)

हर साल 15 अगस्त को हर भारतीय स्वतंत्रता दिवस (Swatantrata Diwas in Hindi) मनाता है। इसी दिन 1947 में हमें अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी। यह आजादी के लिए बलिदान देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करने का दिन है। भारत में यह दिन बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में लाल किला से देश के प्रधानमंत्री का देश के नाम संबोधन होता है। देश की आजादी के बाद से हर साल इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। 15 अगस्त के दिन भारत के सभी स्कूलों, कॉलेजों में भाषण और निबंध आदि का आयोजन किया जाता है।  स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अगर आप अपने विचार व्यक्त करना चाहते हैं और स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence Day Speech in Hindi) की तैयारी करना चाहते हैं तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। इससे आपको 15 अगस्त पर स्पीच (15 August Speech in Hindi) की तैयारी में मदद मिलेगा।

15 अगस्त पर हिंदी में भाषण (15 August ke Liye Speech) कैसे लिखें, इसे आपको कोई परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि इस लेख के माध्यम से हमने एक छोटी से कोशिश की है कि हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence Day Speech in Hindi) कैसे लिखा जाए।

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स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence Day Speech)

आदरणीय अतिथि महोदय, प्रधानाचार्यजी, अध्यापकगण, अभिभावक और मेरे प्यारे सहपाठियों, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आज हम यहां अपने देश का 77वां स्वतंत्रता दिवस ( 77th Swatantrata Diwas) मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। सबसे पहले मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूं। 15 अगस्त भारत का राष्ट्रीय पर्व है। एक लंबी लड़ाई के बाद भारत को इसी दिन यानी 15 अगस्त वर्ष 1947 को ब्रिटिश शासन (British Rule on India) से आजादी मिली थी और भारत दुनिया के नक्शे पर एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरा था। तभी से हर भारतवासी इस दिन को "स्वतंत्रता दिवस" के रूप में धूम-धाम और हर्षोउल्लास से मनाते है।​

15 अगस्त 1947 को भारत के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया। इसी दिन देश के आजाद होने पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहराया था। तभी से प्रत्येक वर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल  किले पर झंडा फहराते हैं, राष्ट्रगान गाते हैं और सभी शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को 21 तोपों से श्रद्धांजलि दी जाती है। देश के प्रधानमंत्री हर साल देशवासियों को संबोधित करते हैं और सेना द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी भारतवासियों के मन में देशभक्ति की भावना के साथ पूर्ण जोश रहता है। हमारा भारत देश करीब 200 वर्षों तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहा है। देश को आजाद कराने के लिए हमारे देश के बहुत से स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिए हैं।

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस (15 August Swatantrata Diwas) के दिन देश के सभी विद्यालय, कॉलेज, संस्थान, बाजार, कार्यालय और कारखाने आदि बंद रहते हैं। इस दिन सरकारी छुट्टी होती है। जगह-जगह पर झंडा फहराया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों आदि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें सभी छात्र-छात्राएं भाग लेते हैं और देशभक्ति के गीत गाते हैं, कोई कविता सुनाता है तो कोई सांस्कृतिक गीतों पर नृत्य करते हैं। दोस्तों, आपको बता दूं, गुलामी के समय भारतीयों को किसी भी सरकारी संस्था के उच्च पद नहीं रखा जाता था। आजादी के पहले तक सभी उच्च पद अंग्रेजों को दिए जाते थे। आपको बता दें कि, देश में अंग्रेजों का आगमन व्यापार के उद्देश्य को लेकर हुआ था, लेकिन जब अंग्रेजों ने देखा की देश तो पूरी तरह से बंटा हुआ है यहां के लोग जाति और धर्म के नाम पर एक दूसरे को मरने मारने पर उतारू हैं। यह देख अंग्रेजों ने सोचा कि क्यों न इस परिस्थिति का लाभ उठाया जाए। अंग्रेजों ने आपस में देश के विभिन्न राज्यों के राजाओं को लड़वाया और अपना शासन स्थापित करने में कामयाब रहे। करीब 200 साल की लड़ाई के बाद देश फिर से आजाद हुआ।

आज का भारत बहुत से क्षेत्रों में विकसित है। तकनीक का क्षेत्र हो, मेडिकल का क्षेत्र हो , कृषि क्षेत्र या अन्य कोई क्षेत्र हो, भारत सभी क्षेत्रों में लगातार विस्तार कर रहा है। हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र के रूप में जाना जाता है। हमारे देश की सशस्त्र सेना बल बहुत मजबूत है, साथ ही हमारा देश अब दुनिया की परमाणु शक्ति संपन्न देषों में से एक बन गया है।

हालांकि, हम कई और चुनौतियों का भी सामना कर रहें है जैसे गरीबी, असमानता और सामाजिक अन्याय हमारे समाज को लगातार कमजोर कर रहे हैं, ऐसे में हमें इन मुद्दों के समाधान के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करना चाहिए। हमें जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और पर्यावरणीय गिरावट से उत्पन्न चुनौतियों का भी समाधान करना चाहिए। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए हमें एक साथ काम करने और एक समग्र दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। जय हिंद...जय भारत।
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15 अगस्त पर 500 शब्दों में भाषण (Swatantrata Diwas par Hindi me Bhashan)

आदरणीय अध्यापक, अभिभावक और मेरे सभी प्यारे साथियों, आज 15 अगस्त है, यानी हर भारतीय के लिए स्वतंत्रता दिवस। आज ही के दिन 1947 में हमारा देश ब्रिटिश हुकुमत से आजाद हुआ था। इस महान अवसर को मनाने के लिए आज हमलोग यहां इकठ्ठा हुए हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिए एक बहुत ही मंगल अवसर है। ये सभी भारतीय नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है, और ये इतिहास में सदा के लिए उल्लिखित हो चुका है। ये वो दिन है जब भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों की वर्षों की कड़ी तपस्या और संघर्ष के बाद अंग्रेजी हुकुमत से हमें आजादी मिली है। भारत की आजादी के पहले दिन को याद करने के लिए हम हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, साथ ही साथ उन सभी महान नेताओं के बलिदानों को याद करते हैं, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपनी आहुति दी थी।

आजादी के बाद हमें अपने राष्ट्र में सारे मूलभूत अधिकार मिले हैं। हमें हमेशा अपने भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए और अपने सौभाग्य की प्रशंसा करनी चाहिए कि हम आजाद भारत की भूमि में पैदा हुए हैं। हम यहां बैठ कर इसकी कल्पना नहीं कर सकते कि ब्रिटीश शासन से आजादी कितनी मुश्किल थी। इसने अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन का बलिदान और 1857 से 1947 तक कई दशकों का संघर्ष लिया है। भारत की आजादी के लिए अंग्रेजों के खिलाफ सबसे पहले आवाज ब्रिटीश सेना में काम करने वाले सैनिक मंगल पांडे ने उठाई थी।

बाद में कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने संघर्ष किया और अपने पूरे जीवन को आजादी के लिए दे दिया। हम सब कभी भी भगत सिंह, खुदीराम बोस और चन्द्रशेखर आजाद को नहीं भूल सकते हैं, जिन्होंने बहुत कम उम्र में देश के लिए लड़ते हुए अपनी जान गवां दी। हम नेताजी और गांधी जी के संघर्षों को कभी दरकिनार नहीं कर सकते हैं। गांधी जी जिन्हें हम बापू के नाम से भी संबोधित करते हैं, एक महान व्यक्तित्व थे, जिन्होंने भारतीयों को अहिंसा का पाठ पढ़ाया था।

हमारा देश आज तेजी से तकनीक, शिक्षा, खेल, वित्त और कई दूसरे क्षेत्रों में विकास कर रहा है। भारत आज परमाणु ऊर्जा में समृद्ध देशों में है। आज हमारा देश ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स जैसे खेलों में भी सक्रिय रूप से भागीदार है। आजादी के कारण ही आज हम अपना खुद की सरकार को चुनते हैं, जो हमारे देश के विकास के लिए काम करती है। देश के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हर आपात स्थिति के साथ देश को आगे बढ़ाने के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। जय हिंद...जय भारत।

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अच्छा भाषण देने के टिप्स (Tips to give a good speech)

  • अपने दर्शकों का एनालिसिस करें और उसी अनुसार से भाषण में शब्दों का चयन करें।
  • स्पीच देने से पहले कई बार प्रैक्टिस करें, ताकि जब आप भाषण दें तो आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो और आप बिना रुके एक अच्छे फ्लो में भाषण दे सकें।
  • भाषण में फैक्ट को रखें, ताकि लोग आपकी की स्पीच से जुड़ा हुआ महसूस करें।
  • भाषण देने से पहले फैक्ट जैसे इतिहास सहित अन्य तथ्यों की जांच कर लें। अगर कोई गलती हो तो सुधार लें।
  • स्पीच में फ्रीडम फाइटर आदि के बारे में जिक्र जरूर करें।
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FAQs

भाषण शुरू करने से पहले क्या बोले?

भाषण में थीसिस/अच्छे विचार का परिचय दें। श्रोताओं को बताएं कि उन्हें इस विषय पर क्यों ध्यान देना चाहिए। भाषण के मुख्य भाग में एक परिवर्तन कथन दीजिए।

भाषण की अच्छी शुरुआत कैसे हो सकती है?

कहानी के माध्यम से दर्शकों को आकर्षित करना भाषण शुरू करने के सबसे शक्तिशाली तरीकों में से एक है। एक अच्छी तरह से बताई गई कहानी दर्शकों को अपने मन की आँखों से चीजों को "देखने" और वक्ता की भावनाओं में शामिल होने की अनुमति देगी।

15 अगस्त क्यों मनाया जाता है?

भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन हम उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हैं जिन्होंने हमारी आज़ादी की लड़ाई में अपनी जान कुर्बान कर दी। 1947 में इसी दिन भारत पर ब्रिटिश संप्रभुता का अंत हुआ था।

15 अगस्त पर भाषण की शुरुआत कैसे करें?

भाषण देते समय हमेशा श्रोताओं का ध्यान रखना चाहिए। श्रोताओं और उनकी विविधता के बारे में जागरूक रहें। भाषण की शुरुआत श्रोताओं को आकर्षित करने वाली होनी चाहिए और उन्हें और अधिक सुनने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यह श्रोताओं की रुचियों से संबंधित होना चाहिए।

15 अगस्त पर हिंदी में भाषण की शुरुआत कैसे करें?

15 अगस्त पर हिंदी में भाषण देने या लिखने से पहले आपको समझना होगा कि आप कहां भाषण दे रहे हैं। आप अगर स्कूल में भाषण दे रहे हैं तो आदरणीय अध्यापक, अभिभावक जैसे शब्दों के साथ शुरुआत कर सकते हैं। इसके बाद आजादी का महत्व और इतिहास के बारे में लिखें। इसमें उन महापुरुषों की जीवनी को भी शामिल कर सकते हैं, जिन्होंने आजादी के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया है।

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