पीसीबी स्ट्रीम के उम्मीदवारों को जीवविज्ञान सेक्शन के लिए अच्छी तैयारी करनी चाहिए क्योंकि यह एसआरएमजेईईई 2024 सिलेबस में टॉप स्कोरिंग विषयों में से एक है। एसआरएमजेईईई जीव विज्ञान सिलेबस 2024 के अंतर्गत कुल 10 इकाइयाँ शामिल हैं। सभी टॉपिक्स पहले 10+2 स्तरों में पढ़ाए गए अध्यायों के समान हैं। इसलिए, उम्मीदवारों को पहले से ही ओरिजिनल अवधारणाओं का ज्ञान होना चाहिए। यूनिट-वार टॉपिक्स पर छात्रों को अपडेट करने के लिए, यहां हमारे पास जीव विज्ञान के लिए विस्तृत एसआरएमजेईईई 2024 सिलेबस है -
इकाई/अध्याय | टॉपिक्स |
जानवरों और पौधों में संरचनात्मक संगठन (Structural Organization) | पशु ऊतक: एक कीट (कॉकरोच) की आकृति विज्ञान, शरीर रचना और विभिन्न प्रणालियों (पाचन, परिसंचरण, श्वसन, तंत्रिका और प्रजनन) के कार्य पौधे के ऊतक: आकृति विज्ञान और संशोधन, ऊतक, शरीर रचना और फूल वाले पौधों के विभिन्न भागों के कार्य: जड़, तना, पत्ती, पुष्पक्रम, फूल, फल और एसईईडी। |
सजीव जगत में विविधता | जैव विविधता, वर्गीकरण का महत्व, वर्गीकरण और वर्गीकरण, प्रजातियों की अवधारणा और वर्गीकरण पदानुक्रम, द्विपद नामकरण, वर्गीकरण के अध्ययन के लिए उपकरण। पांच साम्राज्य वर्गीकरण: मोनेरा, प्रोटिस्टा और कवक प्रमुख समूहों में; लाइकेन; वायरस और वाइरोइड. उनकी प्रमुख विशेषताएं. प्रमुख समूहों में पौधों का वर्गीकरण - शैवाल, ब्रायोफाइट्स, टेरिडोफाइट्स, जिम्नोस्पर्म और एंजियोस्पर्म - मुख्य और विशिष्ट विशेषताएं। एंजियोस्पर्म - क्लास तक वर्गीकरण, विशिष्ट विशेषताएं और उदाहरण। जानवरों का वर्गीकरण- फ़ाइला स्तर तक गैर कॉर्डेट और क्लास के स्तर तक कॉर्डेट - मुख्य और विशिष्ट विशेषताएं। |
कोशिका : संरचना एवं कार्य (Cell Structure and Function) | जीवित कोशिकाओं के रासायनिक घटक: जैव-अणु (Biomolecules) - एंजाइमों सहित प्रोटीन की संरचना और कार्य - प्रकार, गुण, एंजाइम क्रिया, कार्बोहाइड्रेट्स, लिपिड और न्यूक्लिक एसिड। कोशिका विभाजन: कोशिका चक्र, माइटोसिस, अर्धसूत्रीविभाजन और उनका महत्व। सेल थ्योरी, प्रोकैरियोटिक और यूकेरियोटिक कोशिका की संरचना, पादप कोशिका और पशु कोशिका। कोशिका आवरण, कोशिका झिल्ली, कोशिका भित्ति। कोशिका अंग - संरचना और कार्य: एंडोमेम्ब्रेन सिस्टम - एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम, गॉल्जी बॉडीज, लाइसोसोम, रिक्तिकाएं, माइटोकॉन्ड्रिया, राइबोसोम, प्लास्टिड, माइक्रोबॉडी: साइटोस्केलेटन, सिलिया, फ्लैगेला, सेंट्रीओल्स। न्यूक्लियस - परमाणु झिल्ली, क्रोमैटिन, न्यूक्लियोलस। |
जनन (Reproduction) | जीवों में प्रजनन (Reproduction in Organisms): जनन (Reproduction), प्रजातियों की निरंतरता के लिए सभी जीवों की एक विशिष्ट विशेषता, जनन (Reproduction) के तरीके - अलैंगिक और यौन जनन (Reproduction), अलैंगिक जनन (Reproduction) - द्विआधारी विखंडन, स्पोरुलेशन, नवोदित, जेम्यूल गठन, विखंडन, वनस्पति पौधों में प्रसार. पुष्पीय पादपो में लैंगिक जनन (Sexual Reproduction in Flowering plants): फूलों की संरचना, नर और मादा गैमेटोफाइट्स का विकास, परागण - प्रकार, एजेंसियां और उदाहरण, बाह्य प्रजनन उपकरण, पराग-पिस्टिल संपर्क, दोहरा निषेचन, निषेचन के बाद की घटनाएं - एंडोस्पर्म और भ्रूण का विकास, एसईईडी का विकास और फल का गठन, विशेष मोड एपोमिक्सिस, पार्थेनोकार्पी, पॉलीएम्ब्रायोनी, एसईईडी फैलाव और फल गठन का महत्व। मानव प्रजनन (Human Reproduction): पुरुष और महिला प्रजनन प्रणाली, वृषण और अंडाशय की सूक्ष्म शारीरिक रचना, युग्मकजनन - शुक्राणुजनन और अंडजनन, मासिक धर्म चक्र, निषेचन, ब्लास्टोसिस्ट गठन तक भ्रूण का विकास, आरोपण, गर्भावस्था और प्लेसेंटा गठन, प्रसव, स्तनपान। प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health): प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health) की आवश्यकता और यौन संचारित रोगों (STDs) की रोकथाम, जन्म नियंत्रण - आवश्यकता और तरीके, गर्भनिरोधक और गर्भावस्था की चिकित्सा समाप्ति (MTP), एमनियोसेंटेसिस, बांझपन और सहायक प्रजनन तकनीक - IVF, ZIFT, GIFT। |
मानव शरीर विज्ञान (Human Physiology) | पाचन और अवशोषण (Digestion and Absorption): आहार नाल और पाचन ग्रंथियां, पाचन एंजाइमों की भूमिका और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हार्मोन, पेरिस्टलसिस, पाचन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा का अवशोषण और आत्मसात, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा का कैलोरी मान, उत्सर्जन; पोषण संबंधी और पाचन संबंधी विकार- पीईएम, अपच, कब्ज, उल्टी, पीलिया, दस्त। श्वास और श्वसन: जानवरों में श्वसन अंग, मनुष्यों में श्वसन प्रणाली, मनुष्यों में सांस लेने का तंत्र और इसका विनियमन- गैसों का आदान-प्रदान, गैसों का परिवहन और श्वसन का विनियमन, श्वसन मात्रा, श्वसन से संबंधित विकार-अस्थमा, वातस्फीति, वोकेशनल श्वसन विकार . शरीर द्रव तथा परिसंचरण (Body Fluids and Circulation): रक्त की संरचना, रक्त समूह, रक्त का जमाव, लसीका की संरचना और उसका कार्य, मानव संचार प्रणाली - मानव हृदय और रक्त वाहिकाओं की संरचना, हृदय चक्र, हृदय आउटपुट, ईसीजी, दोहरा परिसंचरण, हृदय गतिविधि का विनियमन, संचार प्रणाली के विकार - उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना पेक्टोरिस, हृदय विफलता। उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन (Excretory Products and their Elimination): उत्सर्जन के तरीके - अमोनोटेलिज्म, यूरियोटेलिज्म, यूरिकोटेलिज्म, मानव उत्सर्जन प्रणाली-संरचना और कार्य, मूत्र निर्माण, ऑस्मोरग्यूलेशन, गुर्दे के कार्य का विनियमन- रेनिन - एंजियोटेंसिन, एट्रियल नैट्रियूरेटिक फैक्टर, एडीएच और डायबिटीज इन्सिपिडस, अन्य अंगों की भूमिका उत्सर्जन, विकार - यूरेमिया, गुर्दे की विफलता, गुर्दे की पथरी, नेफ्रैटिस, डायलिसिस और कृत्रिम किडनी। गमन एवं संचलन (Locomotion and Movement): गति के प्रकार - सिलिअरी, फ्लैगेलर, मांसपेशीय, कंकालीय मांसपेशी - सिकुड़ा हुआ प्रोटीन और मांसपेशी संकुचन, कंकाल प्रणाली और उसके कार्य, जोड़, मांसपेशी और कंकाल प्रणाली के विकार - मायस्थेनिया ग्रेविस, टेटनी, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस, गाउट। तंत्रिका नियंत्रण एवं समन्वय (Neural Control and Coordination): न्यूरॉन और तंत्रिकाएं, मनुष्यों में तंत्रिका तंत्र- केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, परिधीय तंत्रिका तंत्र और आंत तंत्रिका तंत्र, तंत्रिका आवेग का उत्पादन और संचालन, प्रतिवर्ती कार्रवाई, संवेदी धारणा, इंद्रिय अंग, आंख और कान की प्राथमिक संरचना और कार्य। रासायनिक समन्वय और विनियमन: अंतःस्रावी ग्रंथियां और हार्मोन, मानव अंतःस्रावी तंत्र - हाइपोथैलेमस, पिट्यूटरी, पीनियल, थायराइड, पैराथायराइड, अधिवृक्क, अग्न्याशय, गोनाड। हार्मोन क्रिया का तंत्र, संदेशवाहक और नियामक के रूप में हार्मोन की भूमिका, हाइपो-और अतिसक्रियता और संबंधित विकार: सामान्य विकार जैसे बौनापन, एक्रोमेगाली, क्रेटिनिज्म, गण्डमाला, एक्सोप्थाल्मिक गण्डमाला, मधुमेह, एडिसन रोग। |
पादप कार्यकीय (Plant Physiology) | पौधों में परिवहन (Transport in Plants): पानी, गैसों और पोषक तत्वों का संचलन, कोशिका से कोशिका परिवहन - प्रसार, सक्रिय ट्रांसपोर्ट; पौधा-जल संबंध- अंतःशोषण, जल क्षमता, परासरण, प्लास्मोलिसिस; पानी का लंबी दूरी तक परिवहन - अवशोषण, एपोप्लास्ट, सिम्प्लास्ट, वाष्पोत्सर्जन खिंचाव, जड़ दबाव और कण्ठन; वाष्पोत्सर्जन- रंध्रों का खुलना और बंद होना; खनिज पोषक तत्वों का अवशोषण और स्थानांतरण- भोजन का परिवहन, फ्लोएम परिवहन। खनिज पोषण (Mineral Nutrition): आवश्यक खनिज, स्थूल और सूक्ष्म पोषक तत्व और उनकी भूमिका, कमी के लक्षण, खनिज विषाक्तता, हाइड्रोपोनिक्स का प्राथमिक विचार, नाइट्रोजन चयापचय प्रकाश संश्लेषण: महत्व - प्रकाश संश्लेषण का स्थल - प्रकाश संश्लेषण के प्रकाश रासायनिक और जैवसंश्लेषक चरण, चक्रीय और गैर चक्रीय फोटोफॉस्फोराइलेशन; रसायनपरासरण परिकल्पना; प्रकाश श्वसन; C3 और C4 रास्ते; प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करने वाले कारक. श्वसन: सेलुलर श्वसन - ग्लाइकोलाइसिस, किण्वन (अवायवीय), क्रेब चक्र और इलेक्ट्रॉन परिवहन प्रणाली (एरोबिक); ऊर्जा संबंध - उत्पन्न एटीपी अणुओं की संख्या; उभयचर पथ; श्वसन अनुपात। पादप वृद्धि एवं परिवर्धन (Plant Growth and Development): एसईईडी अंकुरण, पौधे की वृद्धि के चरण और पौधे की वृद्धि दर, वृद्धि की स्थितियाँ, विभेदन, विभेदन और पुनर्विभेदन, पादप कोशिका में विकासात्मक प्रक्रिया का अनुक्रम, विकास नियामक: ऑक्सिन, जिबरेलिन, साइटोकिनिन, एथिलीन, एबीए। एसईईडी प्रसुप्ति, फोटोपेरियोडिज्म, वर्नालाइजेशन। |
आनुवंशिकी तथा विकास (Genetics and Evolution) | वंशागति और विविधता के सिद्धांत (Principles of inheritance and variation): आनुवंशिकता और भिन्नता, मेंडेलियन वंशानुक्रम, मेंडेलिज्म से विचलन - अधूरा प्रभुत्व, सह-प्रभुत्व, एकाधिक एलील और रक्त समूहों की विरासत, प्लियोट्रॉपी, पॉलीजेनिक विरासत, विरासत के गुणसूत्र थ्योरी, गुणसूत्र और जीन, मनुष्यों में लिंग निर्धारण , पक्षी और मधु मक्खी, संबंध और क्रॉसिंग ओवर, लिंग से जुड़ी विरासत - हीमोफिलिया, रंग अंधापन, मनुष्यों में मेंडेलियन विकार - थैलेसीमिया, मनुष्यों में गुणसूत्र संबंधी विकार, डाउन सिंड्रोम, टर्नर और क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम। वंशानुक्रम का आणविक आधार (Molecular Basis of Inheritance): आनुवंशिक सामग्री के रूप में डीएनए, डीएनए और आरएनए की संरचना, डीएनए पैकेजिंग और प्रतिकृति, केंद्रीय हठधर्मिता, प्रतिलेखन, आनुवंशिक कोड, अनुवाद, जीन अभिव्यक्ति और विनियमन - लैक ऑपेरॉन, जीनोम और मानव और चावल जीनोम परियोजनाएं, डीएनए फिंगरप्रिंटिंग। विकास (Evolution): जीवन की उत्पत्ति, जैविक विकास (Evolution) और जैविक विकास (Evolution) के साक्ष्य (जीवाश्म विज्ञान, तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान, भ्रूणविज्ञान और आणविक साक्ष्य), डार्विन का योगदान, विकास (Evolution) का आधुनिक सिंथेटिक थ्योरी, zqv का तंत्र- 2024862 - भिन्नता (उत्परिवर्तन और पुनर्संयोजन) और उदाहरणों के साथ प्राकृतिक चयन, प्राकृतिक चयन के प्रकार; जीन प्रवाह और आनुवंशिक बहाव; हार्डी - वेनबर्ग का सिद्धांत; अनुकूली विकिरण; मानव विकास (Evolution)। |
पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण (Ecology and Environment) | जीव एवं जनसंख्या (Organisms and Populations): जीव और पर्यावरण: निवास स्थान और स्थान, जनसंख्या और पारिस्थितिक अनुकूलन, जनसंख्या अंतःक्रिया - पारस्परिकता, प्रतिस्पर्धा, शिकार, परजीविता, जनसंख्या गुण - विकास, जन्म दर और मृत्यु दर, आयु वितरण। पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem): पारिस्थितिक तंत्र: पैटर्न, घटक, उत्पादकता और अपघटन, ऊर्जा प्रवाह, संख्या के पिरामिड, बायोमास, ऊर्जा, पोषक चक्र (कार्बन और फॉस्फोरस), पारिस्थितिक उत्तराधिकार, पारिस्थितिक सेवाएं - कार्बन निर्धारण, परागण, एसईईडी फैलाव, ऑक्सीजन मुक्त करना। जैव विविधता और उसका संरक्षण: जैव विविधता - अवधारणा, पैटर्न, महत्व, जैव विविधता की हानि, जैव विविधता संरक्षण, हॉटस्पॉट, लुप्तप्राय जीव, विलुप्त होने, रेड डेटा किताब, बायोस्फीयर रिजर्व, राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य और रामसर स्थल। पर्यावरण के मुद्दें (Environmental Issues): वायु प्रदूषण और उसका नियंत्रण, जल प्रदूषण और उसका नियंत्रण, एग्रीकल्चर रसायन और उनके प्रभाव, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, रेडियोधर्मी अपशिष्ट प्रबंधन, ग्रीनहाउस प्रभाव और जलवायु परिवर्तन प्रभाव और शमन, ओजोन परत की कमी, वनों की कटाई, कोई एक केस अध्ययन सफल पर्यावरणीय मुद्दे(मुद्दों) को संबोधित करती कहानी। |
जैव प्रौद्योगिकी एवं उसके उपयोग (Biotechnology and its Applications) | जैव प्रौद्योगिकी - सिद्धांत एवं प्रक्रियाएं (Biotechnology - Principles and Processes): जेनेटिक इंजीनियरिंग (रीकॉम्बिनेंट डीएनए टेक्नोलॉजी)। जैव प्रौद्योगिकी और उसके उपयोग (Biotechnology and its Application): स्वास्थ्य और एग्रीकल्चर में जैव प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग: मानव इंसुलिन और वैक्सीन उत्पादन, स्टेम सेल प्रौद्योगिकी, जीन थेरेपी, आनुवंशिक रूप से रिवाइज्ड जीव - बीटी फसलें; ट्रांसजेनिक जानवर, जैव सुरक्षा मुद्दे, जैव चोरी और पेटेंट। |
मानव कल्याण में जीव विज्ञान (Biology and Human Welfare) | मानव स्वास्थ्य और रोग: रोगजनक, परजीवी जो मानव रोगों का कारण बनते हैं (मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, एस्कारियासिस, टाइफाइड, निमोनिया, सामान्य सर्दी, अमीबियासिस, रिंग वर्म) और उनका नियंत्रण, प्रतिरक्षा विज्ञान की बुनियादी अवधारणाएँ - टीके, कैंसर, एचआईवी और एड्स , किशोरावस्था - नशीली दवाओं और शराब का दुरुपयोग। खाद्य उत्पादन में वृद्धि के लिए रणनीतियाँ (Strategies for Enhancement in Food Production): खाद्य उत्पादन, पादप प्रजनन, ऊतक संवर्धन, एकल कोशिका प्रोटीन, बायोफोर्टिफिकेशन, मधुमक्खी पालन और पशुपालन में अपडेट। मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव (Microbes in Human Welfare): घरेलू खाद्य प्रसंस्करण, औद्योगिक उत्पादन, सीवेज उपचार, ऊर्जा उत्पादन और जैव-नियंत्रण एजेंटों और जैव-उर्वरक के रूप में रोगाणुओं में। एंटीबायोटिक्स - उत्पादन और विवेकपूर्ण उपयोग। |